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एसई राजेश्वर यादव निलंबित, अभिलेखों से खुलेगा राज
संवाददाता, एटा : अनाप-शनाप संपत्ति अर्जित करने वाले एटा के गांव मेंहनी निवासी अधीक्षण अभियंता राजेश्वर ¨सह यादव को शासन ने निलंबित कर दिया है। लोग भी यह सवाल उठा रहे थे कि आयकर विभाग द्वारा मारे गए छापों के बाद एसई का अब आगे क्या होगा। एटा में चार दिन पूर्व डाले गए छापों में बैंक लॉकर से अभिलेख मिले थे। अभिलेखों की जांच से संपत्ति का खुलासा होगा।
¨सचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता पर गाज गिरना छापों के बाद से ही तय माना जा रहा था, क्योंकि छापों में एटा समेत अन्य स्थानों पर भी संपत्ति संबंधी दस्तावेज टीमों को मिले थे। मेरठ में एक डायरी भी मिली थी, जिसमें राजेश्वर का कच्चा चिट्ठा दर्ज था। इस डायरी में लेन-देन व नेताओं से करीबी रिश्ते होने की जानकारी भी आयकर टीमों को मिली थी। कुछ ऐसी ही जानकारियां शासन तक पहुंची, इसके बाद अधीक्षण अभियंता पर कार्रवाई की गई। राजेश्वर ¨सह जेई पद पर भर्ती हुए थे। उसके बाद बड़े अफसरों की मेहरबानी से उन्हें निरंतर प्रोन्नति मिलती रही और वह दौलत एकत्रित करते रहे। इस बीच उन्होंने एटा, नोएडा, गाजियाबाद, आगरा समेत कई ठिकानों पर तमाम प्रोपर्टी बना ली और बेशुमार संपत्ति एकत्रित कर ली।
सपा शासन में दिखाई देता था रसूख
सपा के शासन में राजेश्वर का रसूख एटा में भी दिखाई देता था। राजेश्वर के परिवार के सदस्य का निधन होने के बाद त्रयोदशी संस्कार में शामिल होने के लिए सपा सरकार के तत्कालीन लोक निर्माण विभाग एवं ¨सचाई मंत्री शिवपाल ¨सह यादव भी यहां आए थे। ¨सचाई विभाग के एसई राजेश्वर ¨सह यादव का जब फीडबैक खंगाला गया तो तमाम जानकारियां सामने आईं। मारहरा के गांव मेहनी निवासी पिता लोकपाल ¨सह यादव एक ट्यूबवेल ऑपरेटर थे। लोकपाल के दो बेटे राजेश्वर और गजेंद्र हैं। हैरत की बात यह है कि पिछली किसी भी सरकार ने उनके खिलाफ जांच की बात नहीं उठाई। यहां तक कि तत्काल सपा सरकार के मंत्री उनके साथ मिलते-बैठते रहे। ऊंचे लोगों में अच्छी पकड़ के चलते बड़ा रसूख राजेश्वर ने जमा लिया था।
परिजन भी हो गए आबाद
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राजेश्वर द्वारा बनाई गई संपत्ति का असर उनके परिवार पर भी पड़ा। गांव मेहनी में राजेश्वर के परिवार की तमाम जमीन है। यह जमीन राजेश्वर ने अपने नाम नहीं बल्कि दूसरों के नाम पर खरीदी। आगरा में पेट्रोल पंप, एक फार्म हाउस आदि के बारे में भी आयकर विभाग को जानकारी मिली है। नोएडा में एक नहीं कई फ्लैट राजेश्वर ने मलाईदार पद पर रहते हुए खरीद डाले। मेरठ में भी बड़ा कारोबार प्रकाश में आया है। दादरी में ब्रिक्स का काम भी राजेश्वर ¨सह का ही है। एटा में होटल का निर्माण कराया जा रहा है। आयकर विभाग के सूत्र बताते हैं कि ज्यादातर संपत्ति बेनामी है।
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