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शिक्षामित्र ने चक्का जाम कर किया अर्द्धनग्न प्रदर्शन
शिक्षामित्र ने चक्का जाम कर किया अर्द्धनग्न प्रदर्शनशिक्षामित्र ने चक्का जाम कर किया अर्द्धनग्न प्रदर्शनजागरण संवाददाता, एटा: प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षामित्रों का मानदेय निर्धारित कर प्रस्ताव पारित
एटा: प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षामित्रों का मानदेय निर्धारित कर प्रस्ताव पारित किए जाने के विरोध में गुरुवार को शिक्षामित्र और आक्रामक तेवरों में दिखे। जीटी रोड पर चक्का जाम कर अर्द्धनग्न प्रदर्शन किया। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला भी फूंका। इस दौरान पुलिस से भी शिक्षामित्र भिड़ने में पीछे नहीं रहे। यहां तक कि एक महिला शिक्षामित्र ने क्षेत्राधिकारी को चप्पल दिखा दी। वहीं कहीं महिला शिक्षामित्र हाथों में डंडे और चप्पलें लहराते हुए प्रदर्शन में नजर आईं। शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को एटा आ रहे मंत्री सुरेश पाशी का घेराव कर चक्का जाम करने का एलान किया है।
बुधवार को प्रदेश सरकार के निर्णय के विरोध का बिगुल फूंक चुके शिक्षामित्रों ने गुरुवार को जीटी रोड पर जमकर हंगामा किया। सुबह शहीद पार्क में एकत्रित हुए शिक्षामित्रों ने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री का आगमन होता है तो उनका भी घेराव कर काले झंडे दिखाए जाएंगे। मानदेय के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए संयुक्त शिक्षामित्र संघर्ष समिति के संयोजक राजेश गुप्ता, सह संयोजक मनोज कुमार, कृपाल ¨सह, अवधेश कुमार ने कहा कि सरकार पर बहुत भरोसा कर लिया। अब संघर्ष के जरिए ही मांगें पूरी कराई जाएंगी। इसमें शिक्षामित्र पीछे नहीं हटेंगे।
शहीद पार्क में शिक्षामित्रों के इकट्ठा होते ही सभी जुलूस के रूप में राष्ट्रीय राजमार्ग पर जा उतरे। नारेबाजी करते हुए घंटाघर पहुंचकर शिक्षामित्रों ने अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन कर जीटी रोड के दोनों ओर चक्का जाम कर दिया। इस दौरान शांति व्यवस्था की ²ष्टि से काफी पुलिस बल तैनात रहा। इसके बावजूद भी घंटाघर पर शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का पुतला फूंकने लगे। इस पर पुलिसकर्मी पुतले की ओर दौड़े तो महिला शिक्षामित्रों ने हाथों में डंडे और चप्पलें लेकर मोर्चाबंदी कर दी। इस दौरान पुलिस से शिक्षामित्रों की नोकझोंक भी हुई। एक महिला शिक्षामित्र तो क्षेत्राधिकारी की ओर ही चप्पल दिखाती नजर आई। जिस समय पुलिस से विवाद हो रहा था। उसी दौरान कई महिला शिक्षामित्र हाथों में डंडा और चप्पलें लेकर पुलिस से भिड़तीं दिखीं। लगभग डेढ़ घंटे तक यही ड्रामा चलता रहा। जैसे ही पुलिस के तेवर बदलने लगे वैसे ही शिक्षामित्र भी घंटाघर से हटकर बीएसए कार्यालय की ओर रुख कर गए। यहां भी उन्होंने घेराव और तालाबंदी की। चेतावनी दी कि विभाग शिक्षामित्रों को फिलहाल कोई भी कार्य करने के लिए न कहें। अन्यथा वह कुछ भी कर सकते हैं, जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी।
इस दौरान संघर्ष समिति के हरिओम प्रजापति, राष्ट्रदीप पचौरी, एसके राजपूत, मु. ईशाक, विपिन राघव, संजय शर्मा, ओमेंद्र कुशवाह, सोरन ¨सह, आशा यादव, गुंजन कुमारी, पंकज, अनुराधा, सुनील चौहान, भूपेंद्र यादव, सुशील पचौरी, शैलेंद्र कुमार, रमा मिश्रा, नीलम राठौर, प्रेमलता, ब्रजलता, नीलम यादव, रमन कुमारी, शशि प्रभा, बबिता राजपूत, सुनील पांडेय, घनश्याम यादव सहित सैकड़ों शिक्षामित्र मौजूद थे।
आत्मदाह की भी चेतावनी
शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री का भी कार्यक्रम प्रस्तावित है। उनके एटा आने पर उन्होंने शिक्षामित्रों से ज्ञापन नहीं लिया तो शिक्षामित्र आत्मदाह भी करने से पीछे नहीं रहेंगे।
फिर बढ़ाईं शहर की दुश्वारियां
शिक्षामित्रों ने दूसरे दिन भी प्रदर्शन और चक्का जाम से तपती दोपहरी में लोगों की परेशानियां बढ़ाईं। जीटी रोड पर डेढ़ घंटे तक यातायात तो प्रभावित रहा ही वहीं हजारों यात्री तथा स्कूली बच्चे भी जाम के कारण परेशान हुए। मुख्य बाजार घंटाघर पर प्रदर्शन के चलते इसका असर बाजार पर ही दिखाई दिया।
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