Wednesday 16 August 2017

Medical College will be built on ten acres of land

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दस एकड़ जमीन पर बनेगा मेडिकल कालेज


दस एकड़ जमीन पर बनेगा मेडिकल कालेजदस एकड़ जमीन पर बनेगा मेडिकल कालेजएटा : केंद्र सरकार के सहयोग से एटा में मेडिकल कालेज बनाने की तैयारी तेज हो चली है।

एटा : केंद्र सरकार के सहयोग से एटा में मेडिकल कालेज बनाने की तैयारी तेज हो चली है। कालेज के निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। यह जमीन एटा-कासगंज रोड पर पीएसी के पास चयनित की गई है। मेडिकल कालेज का निर्माण मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के आधार पर कराया जाएगा।

यह मेडिकल कालेज 10 एकड़ जमीन पर बनकर तैयार होगा। जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं, ट्रॉमा सेंटर, हार्ट यूनिट, इमरजेंसी, बर्न यूनिट, सर्जिकल यूनिट आदि का निर्माण किया जाएगा। दरअसल एटा के सांसद राजवीर ¨सह ने मेडिकल कालेज के लिए केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखा था, जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी थी। इसके बाद जमीन की तलाश की गई और पीएसी के निकट उसका चयन कर लिया गया। कालेज के निर्माण के लिए केंद्र सरकार का स्वास्थ्य मंत्रालय धनराशि देगा। इस संबंध में जिला प्रशासन और अन्य उच्चाधिकारियों के बीच बैठक हो चुकी है। इस बैठक में मेडिकल कालेज पर खर्च होने वाले धन पर भी चर्चा हुई। कालेज के निर्माण के लिए बजट प्रस्ताव जिला प्रशासन ने पहले शासन को भेजा था और इसके बाद रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी गई है। मेडिकल कालेज के साथ जिला अस्पताल को भी उच्चीकृत किया जाएगा।

मेडिकल कालेज से यह होगा लाभ:

एटा जनपद में लंबे समय से मेडिकल कालेज की प्रतीक्षा की जा रही थी। इसके बनने से कई फायदे होंगे। एटा जिले के नागरिकों को बेहतर एवं उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं यहीं सुलभ हो सकेंगी। सबसे अहम बात यह है कि यह मेडिकल कालेज एटा और कासगंज दोनों जिलों के काम आएगा। अब तक होता यह था कि एटा से मरीजों को आगरा या अलीगढ़ रेफर कर पड़ता था, लेकिन मेडिकल कालेज बनने के बाद इस पर ब्रेक लग जाएगा। साथ ही जिन किसानों की जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा, उन्हें उसका मुआवजा मिलेगा। एटा जिले के तकनीकी व गैर तकनीकी, शिक्षित- प्रशिक्षित युवाओं को भी रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। मेडिकल कालेज बनने से उसके आसपास बाजार भी विकसित होगा। कासगंज रोड पर कृषि की जमीनों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं। काम मिलने से गरीबों के आर्थिक हालात सुधरेंगे। इसके अलावा पीएसी बटालियन के पास नई कालोनियां विकसित करने का बिल्डरों को मौका मिल सकता है। चूंकि यहां बाहरी छात्र आएंगे इसलिए निजी छात्रावास या पीजी व्यवसाय को बढ़ावा मिल सकता है।
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